स्याहः रातो में हैं , अब आशियाना मेरा
बस मुझसे मेरा पता मत पूछो,
लोग कहते हैं की हम, अक्सर दिल में बसते हैं
बस धडकने सुन लो , धडकनो की वजह मत पूछो ,
एक अजीब सा दर्द है , मेरे सीने में कईं बरसों से ,
दर्द को समझो बेशक ,पर दर्द की दवा मत पूछो,
प्यासा हूँ कईं जन्मो से एय दोस्तों मैं ,
मुझसे घनघोर घटाओं का पता मत पूछो ,
By : "Geetesh Singh Negi "
ek dum mast yaar!!!!!!!
ReplyDeletekavi kalpana achi lagi, bt kitni achi lagi ? ? ? yeh mat pucho .. . . . . shayad hum chote pad jayenge appki iss soch ke samne . . . .aap bas lage raho :)
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