छचराट भी करद
फफराट भी करद
उन् त रैंद बणिक कुम्भकरण
ब्वण प्वड़ी सदनी
जब लगान्द खैड़ा अ कटांग विपक्षीफफराट भी करद
उन् त रैंद बणिक कुम्भकरण
ब्वण प्वड़ी सदनी
त बगत बगत धक्ध्याट भी करद
इमनदरी कु रैन्द सुखो सदनी
बैइमानौं फर बसंती बयार भी करद
त कतगौं फर मुछ्यळि वार भी करद
लुटिक सरया मुल्क बगत बगत
अपड़ा खाली भकार भी भोरद
त कुरची कुरची क कतगौं कुहाल भी करद
सरकार याँ खुणी ही त बोल्दीन छुचा
जू काम चाए कार नी कारपर झपोडिक सर्या मुल्क मा प्रचार बि करद
पर झपोडिक सर्या मुल्क मा प्रचार बि करद
पर झपोडिक सर्या मुल्क मा प्रचार बि करद
रचनाकार :गीतेश सिंह नेगी , सर्वाधिकार सुरक्षित
स्रोत : मेरे अप्रकाशित गढ़वाली काव्य संग्रह " घुर घूघुती घूर " से
Bahut khoob , yeen tai SARKA---R=Money boldan !
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